पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेसबुक के मालिक जुकरबर्ग पर लगाया बहुत बड़ा आरोप, जानिए क्या मामला
यह खबर जुकरबर्ग की हालिया स्वीकारोक्ति के बाद आयी है कि वर्तमान जो बिडेन-कमला हैरिस प्रशासन ने विशिष्ट COVID-19 सामग्री को सेंसर करने के लिए फेसबुक पर दबाव डाला था। विशेष रूप से यह पहली बार नहीं है जब ट्रम्प ने प्रमुख तकनीकी कंपनियों को निशाना बनाया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग पर 2020 के चुनावों के दौरान उनके अभियान को कमजोर करने का आरोप लगाया है।
आरोपों का विवरण ट्रम्प की आगामी पुस्तक, सेव अमेरिका में दिया गया है, जो 3 सितंबर को रिलीज़ होने वाली है।
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अपनी किताब में ट्रंप ने किया जिक्र
किताब में ट्रंप ने व्हाइट हाउस में जुकरबर्ग के साथ मुलाकात की एक तस्वीर साझा की है और चुनाव परिणामों पर अपना असंतोष व्यक्त किया है।
क्या है पूरा मामला ?
यह खबर जुकरबर्ग की हालिया स्वीकारोक्ति के बाद आयी है कि वर्तमान जो बिडेन-कमला हैरिस प्रशासन ने विशिष्ट COVID-19 सामग्री को सेंसर करने के लिए फेसबुक पर दबाव डाला था। विशेष रूप से यह पहली बार नहीं है जब ट्रम्प ने प्रमुख तकनीकी कंपनियों को निशाना बनाया है। पहले उनकी टीम ने दावा किया था कि Google चुनाव से पहले के दिनों में उनसे संबंधित खोज परिणामों में हेरफेर कर रहा था।
ट्रम्प की किताब में कथित साजिश का विवरण
ट्रंप ने अपनी किताब में कड़ी चेतावनी भी जारी की, जिसमें कहा गया कि आगामी 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में अवैध गतिविधियों का दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।
इसके अलावा ट्रंप का आरोप है कि जुकरबर्ग के दोस्ताना व्यवहार और अपनी पत्नी प्रिसिला चान के साथ ओवल ऑफिस के लगातार दौरे कर रहे थे वहीं दूसरी ओर गुप्त रूप से उनके खिलाफ साजिश रच रहे थे। पूर्व राष्ट्रपति का सुझाव है कि इस साजिश में "शर्मनाक लॉक बॉक्स" का उपयोग शामिल है।