Deoli By-election: 'पांच पांडव' का समर्थन हवा, हिंसा और गिरफ्तारी के बाद खामोश हुए नेता, जानें पूरा मामला
दिलचस्प बात ये है कि चुनाव के दौरान नरेश मीणा के समर्थन में चार बड़े नेता सामने आए थे—हनुमान बेनीवाल, राजकुमार रोत, भीम आर्मी के चंद्रशेखर, और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी।
देवली उनियारा उपचुनाव के बाद एक अप्रत्याशित घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मारा, जिसके बाद बवाल और हिंसा का दौर शुरू हो गया। पुलिस गिरफ्तारी के लिए पहुंची तो समर्थकों ने सड़कों पर हंगामा किया, टायर जलाए, गाड़ियों में आग लगाई और पुलिस पर पथराव किया। स्थिति को काबू में लाने के लिए मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने मौके पर पहुंचकर माहौल शांत करने का प्रयास किया।
इसे भी पढ़िये – Naresh Meena के थप्पड़ कांड से प्रदेश में बवाल, 40,000 कर्मचारियों की हड़ताल और तीन हाईवे जाम
चार बड़े नेताओं की एंट्री
दिलचस्प बात ये है कि चुनाव के दौरान नरेश मीणा के समर्थन में चार बड़े नेता सामने आए थे—हनुमान बेनीवाल, राजकुमार रोत, भीम आर्मी के चंद्रशेखर, और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी। इन नेताओं ने मीणा के चुनाव प्रचार में अपनी भूमिका का दावा किया और उन्हें जीत दिलाने का संकल्प लिया। नरेश मीणा ने इस समूह को "पांच पांडव" का नाम भी दिया था, लेकिन अब स्थिति ने एक नया मोड़ ले लिया है।
रविंद्र सिंह भाटी का वीडियो
विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने एक वीडियो संदेश में पुलिस की कार्रवाई की आलोचना की और इसे प्रशासनिक विफलता करार दिया, परन्तु अन्य तीन नेताओं की तरफ से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बड़े-बड़े वादे करने वाले नेताओं ने साधी चुप्पी
ये घटनाक्रम न केवल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाता है, बल्कि राजनैतिक समर्थन की सच्चाई को भी उजागर करता है। चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे करने वाले नेता इस हिंसा और गिरफ्तारी के बाद शांत क्यों हैं? ये स्थिति लोकतंत्र में जन भावनाओं और स्वतंत्र उम्मीदवारों के समर्थन की वास्तविकता पर गंभीर प्रश्न खड़े करती है।