Rajasthan News: झोलाछाप डॉक्टर्स पर चला सरकार का हंटर, मेडिकल काउंसिल में फर्जी डॉक्टरों का पर्दाफाश
राजस्थान मेडिकल काउंसिल में एक चौंकाने वाली धोखाधड़ी सामने आई है, जहां कई व्यक्तियों को बिना वैध चिकित्सा डिग्री या इंटर्नशिप पूरी किए डॉक्टर के रूप में पंजीकृत किया गया। काउंसिल ने जाली दस्तावेजों के आधार पर पंजीकरण जारी किए, जिससे तत्काल सरकार ने रजिस्ट्रार डॉ. राजेश शर्मा को निलंबित करने की कार्रवाई की।
राजस्थान मेडिकल काउंसिल में हाल ही में एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है, जिसमें बिना किसी मेडिकल डिग्री या इंटर्नशिप के कई लोगों को डॉक्टर बना दिया गया। काउंसिल ने जाली दस्तावेजों के आधार पर इन अयोग्य व्यक्तियों को पंजीकरण जारी किया, जिससे यह मामला गंभीर बन गया। जांच के बाद सरकार ने तुरंत कदम उठाते हुए राजस्थान मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. राजेश शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उनके स्थान पर सवाई मानसिंह अस्पताल के प्रमुख सर्जरी विशेषज्ञ, डॉ. गिरधर गोपाल गोयल को आरएमसी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
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पंजीकरण प्रक्रिया में पाई गई अनियमितताएं
चिकित्सा मंत्री ने मीडिया से बातचीत में बताया कि प्रारंभिक जांच में पंजीकरण प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं पाई गई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त नीति पर काम कर रही है और इस मामले की गहन जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। समिति ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट पेश कर दी है, जिसके आधार पर रजिस्ट्रार को निलंबित किया गया है। जल्द ही समिति अपनी अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी, जिसके आधार पर दोषी अधिकारियों और कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
फर्जी रजिस्ट्रेशन नहीं होंगे बर्दाश्त
मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने साफ किया है कि ऐसे फर्जी रजिस्ट्रेशन को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह मामला तब और भी गंभीर हो गया जब यह खुलासा हुआ कि कई लोगों ने बिना किसी एमबीबीएस डिग्री के सिर्फ 12वीं पास कर डॉक्टर बनने के लिए आवेदन कर दिया था। इन फर्जी डॉक्टरों ने उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में भी फर्जी दस्तावेजों के सहारे मेडिकल काउंसिल में रजिस्ट्रेशन कराया था।
सरकार ने इस घोटाले को लेकर सख्त रुख अपनाया है और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। इस मामले ने पूरे स्वास्थ्य तंत्र को हिला कर रख दिया है और अब सभी की नजरें इस मामले की अंतिम रिपोर्ट पर टिकी हैं।